चकिया में अवैध अस्पतालों और पैथोलॉजी केंद्रों का खेल, स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई पर उठे सवाल
चकिया में अवैध अस्पतालों और पैथोलॉजी केंद्रों का खेल, स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई पर उठे सवाल
चंदौली ( जनतंत्र मीडिया ) जनपद के चकिया क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित हो रहे निजी अस्पतालों और पैथोलॉजी सेंटरों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चकिया और जिला चिकित्सालय के इर्द-गिर्द कई निजी चिकित्सा संस्थान खुलेआम संचालित हो रहे हैं, जिनके पास न तो पंजीकरण है और न ही मानक सुविधाएं। इनमें मां मुंडेश्वरी हॉस्पिटल, आकांक्षा चाइल्ड हेल्थ केयर हॉस्पिटल, रिवैसा पैथोलॉजी और केयर डायग्नोस्टिक सेंटर जैसे नाम प्रमुख हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि ये अस्पताल और पैथोलॉजी सेंटर बिना योग्य चिकित्सक और तकनीशियनों की देखरेख के मरीजों का इलाज व जांच कर रहे हैं। गंभीर बीमारियों की जांच से लेकर छोटे-बड़े ऑपरेशन तक यहां बिना अनुमति किए जा रहे हैं, जिससे मरीजों की जान को गंभीर खतरा बना हुआ है। यह सबकुछ स्वास्थ्य विभाग की आंखों के सामने लंबे समय से चल रहा है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ कागजी खानापूरी की जाती है।
बुधवार को हेतिमपुर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आस्था पैथोलॉजी सेंटर पर छापा मारकर उसे सीज किया था। इससे लोगों को उम्मीद जगी थी कि जिले में अवैध चिकित्सा कारोबार पर शिकंजा कसेगा। लेकिन चकिया जैसे संवेदनशील क्षेत्र, जहां जिला अस्पताल भी स्थित है, वहां अवैध अस्पतालों और पैथोलॉजी की भरमार विभाग की लापरवाही को उजागर करती है।
जानकारों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा यदि ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो इन संस्थानों में इलाज कराने वाले गरीब और ग्रामीण मरीजों की जिंदगी लगातार खतरे में रहेगी। लोगों ने मांग की है कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग तुरंत सक्रिय होकर इन अवैध संस्थानों की जांच करे और नियमों के विरुद्ध पाए जाने पर उन्हें सीज करने की ठोस कार्रवाई करे।
इस पूरे प्रकरण ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली और निगरानी तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि क्या विभाग चकिया क्षेत्र में भी हेतिमपुर जैसी सख्त कार्रवाई करता है या फिर ये अवैध अस्पताल और पैथोलॉजी सेंटर प्रशासन की अनदेखी में यूं ही फलते-फूलते रहेंगे।
Comments
Post a Comment