Maharashtra डिप्टी CM शिंदे ने लिया बड़ा फैसला, शिवसेना में चल रही तकरार को किया खत्म, शिंदे उद्धव को लौटाएंगे पार्टी के.
शिवसेना के दाेनों गुटों में लंबे समय से पार्टी के चल-अचल संपत्ति पर दोनों गुटो के बीच तकरार चल रही थी. शिंदे गुट ने यह निर्णय लिया है कि शिंदे पार्टी के बैंक खाते में जमा राशि पर दावा नहीं करेगी. बता दें कि ढ़ाई साल पहले 20 जून 2022 को एकनाथ शिंदे और उनके गुट के 39 विधायकों ने शिवसेना से बगावत कर बीजेपी गठबंधन में शामिल हो गए और महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार गिर गई. बीजेपी ने एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र का सीएम बना दिया. उद्धव पक्ष ने दल-बदल कानून के तहत स्पीकर को नोटिस दिया लेकिन मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा. दोनों गुटों ने एक-दूसरे के विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग करते हुए याचिका लगाई. शिंदे गुट को असली शिवसेना मान्यता के साथ चुनाव चिन्ह मिल गया.
इसके बाद से पार्टी के बैंक खाते में जमा राशि और अन्य चल-अचल संपत्ति को लेकर दोनों गुटों में तनतनी चल रही थी कि पार्टी के संपत्तियों और बैंक खातों पर किसका नियंत्रण होगा. अब इस टकरार को एकनाथ शिंदे ने खत्म करने का फैसला किया है. पार्टी के विभाजन के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रही शिवसेना यूबीटी को राहत देते हुए शिंदे ने 2022 से पहले शिवसेना के बैंक खाते में जमा पैसों पर दावा नहीं करने का फैसला किया है.
शिंदे गुट की शिवसेना ने उद्धव ठाकरे को दी जानकारी
शिंदे गुट की शिवसेना ने फैसला किया है बैंक में जो जमा राशि है वह उद्धव गुट की शिवसेना के पास आ जाएंगे. इस बात की जानकारी शिंदे गुट ने उद्धव ठाकरे को दे दी है. एकनाथ शिंदे ने यह फैसला लेकर शिवसेना के प्रति अपना बड़प्पन दिखाया है.

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